हमारी बेटियां किसी से कम नहीं , लाडवा से लगते रादौर विधानसभा के गाँव बरसान की रूपा काम्बोज ने टेकसेशन इंस्पेक्टर के पद चयनित हो किया गांव का नाम रोशन।
गांव बरसान में एक किसान की बेटी रूपा कांबोज ने बिना कोचिंग लिए अपनी काबिलियत व मेहनत के दम पर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर टैक्सेशन इंस्पेक्टर का पद हासिल किया है। जिससे रूपा कांबोज के घर पर बधाइयां देने के लिए ग्रामीणों का तांता लग गया है। रूपा के पिता गांव में खेती बाड़ी करके अपना गुजारा चलाते है। इस अवसर पर रूपा कांबोज ने कहा कि यह कामयाबी उन्होने अपनी लगातार मेहनत के दम पर पाया है। यदि ईमानदारी से मेहनत की जाये तो कोई भी मुकाम पाया जा सकता है। समाज में बेटियों को कम आँका जाता है, लेकिन मेरा उन सभी लड़कियों को यह संदेश है की लड़कियां भी वही मुकाम पा सकती है जो लड़के। बशर्ते आप उस लक्ष्य को हासिल करने का दृढ़ संकल्प कर ले तो को भी सफलता पाई जा सकती है। उसने बताया कि आज उसे काफी गर्व महसूस हो रहा है। एक किसान की बेटी होते हुए उसने कड़े परिश्रम से लक्ष्य प्राप्त किया है। जिसमें उसके परिवार का पूरा साथ रहा है। वही उसने परीक्षाओं की तैयारी में जुटे युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज के समय में सफलता के पाने लिए कड़े परिश्रम के साथ साथ स्मार्ट वर्क का दौर है। इसलिए उन्हें उसी तरह से तैयारी करनी चाहिए। वहीं रूपा कांबोज के पिता प्रेमपाल ने बेटी की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए व समाज को भी बेटो और बेटियों में कोई अंतर नहीं रखना चाहिए। आज बेटियां भी बेटों के बराबर वो सभी मुकाम हासिल कर रही है। जो उन्होने बताया कि रूपा बिना कोचिंग लिए ही अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर परीक्षा पास कर टैक्सेशन इंस्पेक्टर के पद पर काबिज हुई है। उन्होने कभी सोचा भी नहीं था कि जिन बेटियों को समाज में लोग बोझ समझते है। बेटी के टैक्सेशन इंस्पेक्टर बनने के बाद परिवार में ख़ुशी का माहौल है। रूपा ने प्रारंभिक शिक्षा ग्रामीण आँचल में हासिल की, और बाद में हिसार कृषि विश्वविद्यालय से बीटेक तक की शिक्षा ग्रहण की है। रूपा के परिवार में उसकी बड़ी बहन जोकि परीक्षाओं की तैयारी में जुटी है। वहीं छोटा भाई कृषि विभाग में कार्यरत है।
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